अंबाला में नगर परिषद सचिव पर 50 हजार रिश्वत मांगने के आरोप, तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान की मांग
हरियाणा न्यूज़: अंबाला छावनी में बढ़ रहे अतिक्रमण के मामलों पर रोक लगाने के लिए नगर परिषद की टीम तत्पर रहती है। अतिक्रमण कर्ताओं को उनके नाजायज कब्जे हटाने के लिए परिषद बार-बार वार्निंग भी देती चली आ रही है। इसके बावजूद भी लोग अतिक्रमण करने पर उतारू है। नगर परिषद सचिव राजेश कुमार के नेतृत्व में परिषद की टीम पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने के लिए रेजीमेंट बाजार इलाके में गई।
जैसे ही टीम ने कार्रवाई शुरू की तभी घर वालों ने टीम का विरोध करना शुरू कर दिया और नगर परिषद सचिव पर 50 हज़ार रिश्वत मांगने के आरोप जड़ दिए। वहीं महिला और उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि मोहल्ले में और भी लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ है। लेकिन परिषद में सेटिंग के चलते उनके अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे।
महिला ने सरेआम कहा कि नगर परिषद सचिव ने उनका अतिक्रमण न हटाने की आवाज में पैसे की मांग की थी। जिसे वह पूरा नहीं कर पाए तभी परिषद या कार्रवाई करने चला आया। महिला का कहना है कि उन्होंने गाड़ी खून पसीने की कमाई से यह मकान बनाया है जिसे वह किसी भी सूरत में गिरने नहीं देंगे।
इस बारे में नगर परिषद सचिव राजेश कुमार ने बताया कि अतिक्रमण कर्ता ने अपने घर का गेट परिषद हद के बाहर लगा रखा था। जिसे हटाने के लिए वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई शुरू की तभी घर वालों ने विरोध शुरू कर दिया। तो वहीं परिषद सचिव ने कहा कि उनके साथ पुलिस प्रशासन की टीम भी मौजूद है तथा जो भी घर अतिक्रमण के दायरे में आता है उसे कानूनन हटाना जरूरी है। अतिक्रमण कार्यों द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोप निराधार हैं और वह जानबूझकर इस तरह का ड्रामा कर रहे हैं।