उत्तर प्रदेश: ओबीसी नेताओं की भाजपा को चुनौती, नए रुझान ला सकते हैं बदलाव।
चुनाव के तयारी में पूर्वांचल के कई बड़े ओबीसी नेताओं का मैदान में उतरना नजर आ रहा है। इनमें से कुछ नाम शामिल हैं जैसे ओम प्रकाश राजभर, अनुप्रिया पटेल, स्वामी प्रसाद मौर्य। ये नेता पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधि होने का दावा करते हैं और अपना दम दिखाने के लिए तैयार हैं।
चुनाव के दौरान, उनकी जीत न केवल उनके लिए बल्कि उनके पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण है। ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जो उनके पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोमबत्ती का काम कर सकते हैं।
अनुप्रिया पटेल भी कुर्मी, पटेल और पिछड़ों के बड़ी नेता मानी जाती हैं और उनके चुनावी प्रयास भाजपा को भी बढ़त दिलाने में मदद कर सकते हैं।
दारा सिंह चौहान और संजय निषाद के नेतृत्व में भी उत्तर प्रदेश में पिछड़ों की आवाज़ को उन्नति मिल सकती है। इन्हें उनके चुनावी प्रयास उनके नेतृत्व में भी आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य और पल्लवी पटेल के उम्मीदवारी भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई दिशा देने की संभावना लेकर देखी जा रही है। इन नेताओं की जीत या हार उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए परिवर्तनों का संकेत भी हो सकता है।