पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच घर लाया गया मुख्तार का शव, बेटे और पत्नी जनाजे में हो पाएंगे शामिल?
पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच घर लाया गया मुख्तार का शव, बेटे और पत्नी जनाजे में हो पाएंगे शामिल?
माफिया मुख्तार अंसारी को आज सुपुर्द ए खाक किया गया। कल देर रात उसका शव बांदा से गाजीपुर पहुंचा था। मुख्तार अंसारी को मोहम्मदाबाद के कालीबाग स्थित उसके पुश्तैनी कब्रिस्तान में दफनाया गया है। मुख्तार के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी जिसके चलते पूरे गाजीपुर में धारा 144 लगा दी गई है। मुख्तार की मौत के बाद से ही पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मोहम्मदाबाद में मुख्तार के घर के बाहर और कब्रिस्तान तक पुलिस के साथ साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। डीएम और एसपी खुद इलाके में कैंप कर रहे हैं। वहीं, माफिया के पोस्टमॉर्टम की प्राइमरी रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है लेकिन परिवार और विपक्षी दलों के आरोपों के बाद योगी सरकार ने मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच का आदेश दिया है, इसके लिए कमेटी भी गठित कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक बता दें कि इस काफिले में मौजूद मुख्तार के वकील नसीम हैदर ने बताया कि अंसारी का शव उसके छोटे बेटे उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों के सुपुर्द किया गया। उन्होंने कहा कि शव के साथ एंबुलेंस में उमर अंसारी, निकहत अंसारी और दोनों चचेरे भाई बैठे हैं।
आपको बता दें कि माफिया से नेता बना अंसारी बांदा जेल में बंद था। उसे बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां देर रात दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी। बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने पीटीआई-भाषा से फोन पर कहा था। मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हो गई।