प्रदेशभर में हड़ताल पर सरकारी डॉक्टर, मरीजों को हो रही भारी परेशानी
जब हम अस्पताल जाते हैं तो हम चाहते हैं कि डॉक्टर हम पर समय लगाए, हमारी बीमारी को अच्छे से देखे , लेकिन जब स्पेशलिस्ट डॉक्टर ही कम होंगे तो फिर इलाज अच्छे से कहां होगा। आज कुछ ऐसी ही स्थिति प्रदेश में है, दरअसल पूरे हरियाणा में डॉक्टर एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर हैं। उनकी तरफ से काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उनकी मांग है कि अस्पतालों में ना के बराबर स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं जिसके चलते समय पर मरीजों का इलाज संभव नहीं हो पाता, डॉक्टर्स मरीजों को समय नहीं दे पाते, इसलिए ज्यादा से ज्यादा स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की भर्ती होनी चाहिए।
साथ ही साथ स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स का मानदेय बढ़ना चाहिए क्योंकि प्राइवेट में जिस डॉक्टर को 3,3 लाख रूपए मिलते हैं उन्हें सरकारी में 1,1 लाख रूपए सैलरी मिल रही है। वहीं एसएमओ की डायरेक्ट भर्ती नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसी को एसएमओ लगाना चाहिए जो सर्विस में लंबा अनुभव रखता है और उसे उससे संबंधित काम की जानकारी हो, साथ ही साथ पीजी के लिए बॉन्ड सरकार 2 करोड़ का लेती है वो कम होकर 50 लाख का होना चाहिए, इन मांगों को सरकार की तरफ से माना जाना चाहिए।
करनाल के नागरिक अस्पताल में भी डॉक्टर काला बिल्ला लगाकर विरोध कर रहे हैं। आज हरियाणा डॉक्टर्स एसो की मीटिंग भी सरकार के साथ हो सकती है, लेकिन अगर मांगें नहीं मानी गई तो अभी सिर्फ ओपीडी बंद की गई है, लेकिन 29 तारीख से डॉक्टर एमरजेंसी सेवा भी बंद करने की बात कह रहे हैं, जिसका सीधा असर आम पब्लिक पर पड़ेगा, आम पब्लिक आज भी परेशान है और अगर एमरजेंसी सेवा बंद हो गई तो और भी ज्यादा परेशान हो जाएगी। देखना ये होगा कि सरकार डॉक्टर्स की मांगों पर क्या विचार करती है और अगर मांगें नहीं मानी जाती तो फिर डॉक्टर्स का आगे क्या रुख रहता है।